त्रिधा - 12

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रात को इस समय भला कौन आया होगा! सोचते हुए त्रिधा ने जैसे ही दरवाजा खोला सामने खड़े व्यक्ति को देखकर वह हैरान रह गई। कुछ पलों के लिए तो उसे समझ ही नहीं आया कि वह वाकई नींद में नहीं है। त्रिधा के सामने उसकी रोशनी मैडम खड़ी थीं। वह भागकर उनके गले लग गई और बहुत देर तक रोती रही। कुछ देर बाद जब वह संयत हुई तब उसने मैडम से पूछा - "मैडम आप यहां कैसे?" तब रोशनी मैडम ने उसके सिर पर हाथ फेरते हुए कहा - "अब अपनी बेटी से मिलने आने से पहले भी