अप्सराओं का बंदी कुछ समय पहले की बात है. यह उत्तराखंड के एक गांव की बात है. उत्तराखंड के किसी गांव में एक बहुत कुशल संगीतकार रहता था. उसके संगीत और वादन की धूम दूर-दूर तक थी. एक बार वह संगीतकार गुम हो गया. घरवालों ने हिंदू धर्म के अनुसार उसकी सभी क्रियाएं संपन्न कर ली और उसे मृत मान लिया. समय अपनी गति से चलता रहा. आखिर 30 - 40 साल बाद वह संगीतकार अचानक अपने घर पहुंच गया. तब तक उसके गांव में उसके साथ के अधिसंख्य लोग मृत्यु को प्राप्त हो चुके थे. अतः गांव में