गांव की चौपालों और गली मोहल्लों के चबूतरों से निकलकर बहस टी वी चैनलो पर जा पहुंची है।आज कोई भी न्यूज़ चैनल बहस यानी परिचर्चा से अछूता नही है।धर्म,राजनीति,खेल,फ़िल्म, भ्रष्टचार, सरकारी की नाकामी अनगिनत विषय है।साइन बाग़ खूब चला।फिर कोरोना।फिर किसान आंदोलन और फिर कोरोना रिटर्न्स।मतलब कोई कमी नही है।बहस होती रहती है।इसकी रिकॉर्डिंग को भी बार बार दिखाया जाता है।अगर आपको बहस देखने सुनने का शौक है,तो आप बहस जरूर देखते होंगे।आपने बहस देखते समय एज बात जरूर नोट की होगी।बहस मे भाग लेने वाले वी ही गिने चुने लोग ही नज़र आएंगे।राजनीतिक पार्टियों के बारे में एज बात