बहुत दौड़ भाग करने और सिफारिश लगाने के बाद भी शहर के इकलौते विश्वविद्यालय में प्रवेश नही मिला।उस समय सांध्य कॉलेज , सेल्फ फाइनेंस के कोर्स नही थे। ले देकर केवल एक विश्वविद्यालय था , लेकिन उसमें एडमिशन नही हो पाया क्योंकि वे लोग इंटर के अंक में, पी सी एम ग्रुप के नम्बर को भी जोड़कर मेरिट बनाकर एडमिशन ले रहे थे और इस मेरिट लिस्ट में न आ पाने के कारण, एडमिशन नही हो पाया। उद्देश्य था आई आई टी में जाने का ,बी एस सी की पढ़ाई तो मात्र इस लिये थी कि होस्टल में