अवध किशोर सक्सेना - अनुभव के पैगाम

  • 5.4k
  • 1.2k

नेतागिरी हो गई, गुंडों की दुकान: बौधगम्य दोहावली समीक्षक-राजनारायण बोहरे अनुभव के पैगाम नामक दोहा संग्रह में 705 दोहे शामिल है। यह संग्रह दतिया के बुजुर्ग कवि अवध किशोर सक्सेना की 6 वी पुस्तक है जो मनु मुरैना का प्रकाशन हैं। इन दोहो को सत्रह भागों में बाटां गया है। स्वयं कवि ने विषय के अनुसार इन दोहोें का विभाजन किया है दोहां में गजल के नए चलन की गजल वाल हिस्सा भी इसका एक अलग भाग है इन दोहों में ज्यादातर दोहे तीर्थ स्थानों की प्राकृतिक सुशमा, आध्यात्मिक महत्व और उपदेशात्मक है। प्रथम अनुभाग में कवि को सहज भाव