पता है बचपन में मतलब के 7 वी कक्षा तक मुझे भारत मेरा देश है ये कहने में गर्व होता था proud to be Indian proud to be Indian मगर जैसे जैसे जिंदगी आगे बढ़ रही है जो जो देश में देखने को मिल रहा है proud to be Indian कहने को मन नहीं हो रहा है मालूम है तुम सबको ये सुन के शायद बूरा लग सकता है खास कर देश भक्तो को मगर जो सच है लिखना तो पडता है अगर आप लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचे तो मत पढीएगा और क्या कोई जबरदस्ती नहीं है की