छोटा सट्टा-बड़ा सट्टा एक छोटे से चाय के टपरे के पास खड़े एक आदमी को एक बच्चा पैसे देकर ‘‘ओपन और क्लोज लगाने’’ के लिए कहता है । बस दूसरे दिन वो बच्चा किसी अखबार के कोने में अलग- अलग कोड नामों के साथ लिखे अंकों को देख कर समझ जाता है कि उसे कुछ पैसा मिलेगा या नहीं । एक अन्य दृश्य में एक सभ्य सा दिखने वाला आदमी अपने आलीशान आफिस से ही मोबाईल पर ही आज हो रहे मैच में टीमों और प्रत्येक गेंद पर लगने वाले चौके और छक्कों के ‘‘भाव’’ पता करता है