आत्‍मसम्‍मान

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कहानी--- आत्‍मसम्‍मान राजेन्‍द्र कुमार श्रीवास्‍तव, प्रत्‍येक व्‍यक्ति अपने किये गये हर कर्म का समय-बे-समय प्रतिकर्म की अपेक्षा रखता है। आशावान रहता है। प्रतीक्षारत रहता है कि भविष्‍य में उसके द्वारा किये हुये कार्यों का आंकलन अनुसार सुफल उसे प्राप्‍त होगा। लेकिन जब नाउम्‍मीदों के घने अंधेरे