कोरोना से सामना - 4

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मैने विवेक को फोन लगाया।मेरी बात सुनकर वह बोला"अस्पताल आ जाओ।डॉक्टर चुग से मिल लो।वह दवा लिख देंगे।"मैने अपने ऑटो वाले से दस बजे रेलवे अस्पताल चलने के लिए बोल दिया।हम दस बजे तक तैयार हो गए।पता किया।ऑटो वाला सुबह का ही कंही चला गया था।अभी तक लौटा नही था।पत्नी से में बोला,"सड़क तक चलो।ऑटो कर लेंगे"।"मैं नही चल पाऊंगी।तुम ऑटो करके यहां ले आओ।"मैं सड़क तक गया।कुछ देर के प्रयास के बाद एक ऑटो मिल गया था।हम रेलवे अस्पताल पहुंचे थे।रेलवे अस्पताल की व्यस्था पहले भी अच्छी नही थी।कोरोना के बाद तोमैं पत्नी से बोला,"तुम लाइन में लगो।मैं डायरी