नमक का क़र्ज़

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रघुवन में नदी किनारे दो पदयात्री,अपना भोजन करने के लिए बैठे थे| उनके पास भोजन से भरा हुआ एक डिब्बा था| जैसे ही उनमें से एक ने वो डिब्बा खोला, भोजन की सुगंध आसपास फ़ैल गई| अवश्य ही भोजन बहुत स्वादिष्ट रहा होगा भोजन की सुगंध डग्गु बंदर तक भी पहुंची जो की पास में ही एक पेड़ पर था| डग्गु का मन भी वो भोजन पाने के लिए ललचा गया| उसने उन लोगों को देखा वो बिना किसी डर के बैठे थे और भोजन करते हुए बातें कर रहे थे| डग्गु ने मौका देखा, छलांग लगाई और सीधा भोजन