नंदिनी की भीगी पलकें किसी से छिपी नहीं थीं । फिर भी बरामदे की सीढ़ियां चढ़ते हुए उसने बड़ी सफाई से पलकों पर छलक आये आंसुओं को साड़ी के पल्लू से पोंछ दिया था और फिर संयत स्वर में आगे कहना शुरू किया ” अमर की पोस्टिंग काश्मीर में हुई थी । सिमा पर आए दिन आतंकियों से होनेवाली मुठभेड़ों की खबरें दिल को दहला देतीं । और फिर एक दिन वह मनहूस खबर भी आ गयी जिसने हमारी पूरी दुनिया ही उजाड़ दी । एक ही पल में सब कुछ तहस नहस हो गया । ” बरामदे में ही