ताजमहल... अंत या शुरुआत ( एकांकी )

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पात्र - परिचय मनोज - एक तीस वर्षीय पुरूष सोनाक्षी - एक सत्ताईस वर्षीय महिला ( मनोज की धर्मपत्नी ) बूढ़ी औरत - एक सत्तर वर्षीय वृद्धा ( भिखारिन ) ( मंच पर बैकग्राउंड में ताजमहल का एक चित्र लगा हुआ है । मनोज तथा सोनाक्षी एक-दूसरे से एक उचित दूरी बनाकर खड़े हुए हैं । ) मनोज - तबियत ठीक है तुम्हारी ? सोनाक्षी - क्यों ? मनोज - नहीं, मेरा मतलब है कि अगर तुम कम्फर्टेबल हो तो हम यहाँ टहलते हुए बात कर सकते हैं और अगर नहीं तो फिर हम कहीं बैठ जाते हैं ! सोनाक्षी