कालिदास के काव्य में सौंदर्य विधान एक समीक्षा

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परम माननीयl डॉ ललित किशोरी शर्मा जी वंदन अभिनंदन आपके चिंतन की धरोहर ----कालिदास के काव्य में सौंदर्य विधान---नामक पुस्तक पठन हेतु प्राप्त हुई पठन के दौरान बहुत सारे नवीन चिंतन साहित्य गत विशेषताएं लिए मिले वैसे तो काव्य कला का सच्चा और सार भूत दिग्दर्शन आवरण पृष्ठ की मनोहारी अलौकिक झांकी चिंतन ही अद्भुत धरोहर होकर पुस्तक की संपूर्णता से ओतप्रोत है। सच में जीवन चिंतन का अनूठा सा निनाद है बृहद काय पुस्तक की नैसर्गिक सूक्ष्मा झांकी है।'आभार प्रकाश की तथा भूमिका भी स्व धन्य है भाषा। सौंदर्य और सौष्ठव ही पुस्तक की सच्ची समीक्षा प्रतीत होती है पुस्तक