कस्बे का आई.सी.यू. ये एक छोटा सा कस्बा है । इस कस्बे में एक सरकारी अस्पताल भी है । जहॉं कुछ डॅ़ाक्टर केवल इसलिए आ जाया करते है कि उनकी तनख्वाह के साथ-साथ घरेलू दवाखाना भी चलता रहे । अस्पताल की स्थिति ऐसी है कि मरीज बस आ कर भर्ती होता है , उसे दवा ,डॉक्टर और नर्सों का खर्च स्वयं ही उठाना होता है । खैर ... ये तो हमारे कस्बे के गरीब लोगों के लिए व्यवस्था है । अमीर लोगों के साथ ही साथ अमीर दिखने की चाहत रखने वाले मध्यमवर्गियों के लिए कस्बे के सरकारी डॉक्टरों