जीवन का मूलमंत्र

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जीवन का मूलमंत्र "ट्यूशन की फीस तो इतनी लेते हैं लेकिन स्कूल की तरह यहाँ भी न तो पूरा कोर्स कराते, न हरेक को ठीक से समझाते हैं।" गुंजन ने कहा और बादलों की गड़गड़ाहट से भरे आसमान की तरफ देखने लगा। शाम का धुंधलका गहरा होता जा रहा था। आकाश में काली घटाएँ छा रही थीं और बादल हल्की चमक के साथ गड़गड़ा रहे थे। इस समय के माहौल से ऐसा लग रहा था जैसे कुछ देर पश्चात् भयानक वर्षा होगी। पल्लव और गुंजन ट्यूशन से लौटकर तेजी से घर की ओर जा रहे थे। सभी विद्यार्थियों की तरह