आलेख - पत्नी बनाम प्रेमिका कभी कभी शादीशुदा व्यक्ति के जीवन में भी जाने अनजाने प्रेमिका आ जाती है .एक पुरानी उक्ति के अनुसार पुरुष अपनी पत्नी में ये गुण देखना चाहता है - कार्येषु दासी , करणेषु मंत्री ,भोज्येषु माता , शयनेषु रंभा , रूपेषु लक्ष्मी ,क्षमायेशु धरित्री , षट्कर्म युक्ता कुलधर्म पत्नी अर्थात पति की सेविका ,व्यवहार में सलाहकार , वात्सल्य में माँ, शयनकक्ष में गणिका , सौंदर्य में लक्ष्मी , सहनशीलता में धरती , पत्नी के ये छः सद्गुण हैं . आजकल के दौर में पति की अपेक्षाएं कुछ रिफाइंड हो गयी हैं - प्लीजेंट