गरीबी और गरीब ( व्यंग्य ) गरीबी और मंहगाई दो बहनें आजादी के मेले में एक दूसरे का हाथ पकड़े भारत के पीछे-पीछे लग गई । तब से लेकर आज तक इन दोनों ने ही देश की राजनीति और चुनावों को प्रभावित किया है । गरीबी की जब बात की जाती है तो मंहगाई पीछे छूट जाती है । मंहगाई को मध्यम और अमीरों की समस्या के रुप में देखा जाता है । आजादी के बाद से कोई भी चुनाव ऐसा नहीं हुआ जिसमे गरीबी और मंहगाई हटाने के नारे न लगे हो । हमारे चुनाव गरीबी