विवेक तुमने बहुत सहन किया बस! - 14

  • 6.5k
  • 1
  • 2.4k

अध्याय 14 डॉ. अमरदीप फ़िक्र में डूबे हुए.... अपने सामने खड़े पोरको की तीनों बहनों पर एक सामान्य निगाह डाल कर बात करना शुरू किया। "यह देखिए ! तुम्हारे भाई पोरको की तबीयत के बारे में मैं तुम्हारे अप्पा-अम्मा से विस्तार में बात नहीं कर सकता | इसी कारण तुम तीनों को मैंने यहां बुलाया। तुम पढ़ी-लिखी लड़कियां हो। इसलिए मैं जो कह रहा हूं उसको सुनकर आप निराश मत होइएगा । "तुम्हारे बड़े भाई को कुछ घंटे में... ओपन स्टमक सर्जरी करके खून में मिले उस स्क्रॉल साइप्रो वायरस को लोकेट करके निकालने वाला हूं। इस ऑपरेशन के संबंध