विवेक तुमने बहुत सहन किया बस! - 8

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अध्याय 8 डॉ. अमरदीप, अपने सामने आंखों में आंसू लिए खड़े बुजुर्ग और उसकी पत्नी, उनके साथ उनकी तीन सुंदर युवा बेटियां एक क्षण उनके ऊपर नजर डाली | "आप ही पोरको के पिता है क्या ?" "हां डॉक्टर !" "आपका नाम क्या है ?" "तिरुचिरंमंपलम। दो साल पहले ही मैं तमिल के अध्यापक से रिटायर हुआ हूं। हमारे परिवार के लिए पोरको सब कुछ है ! उसको कुछ हो गया तो...…हम में से कोई भी जिंदा नहीं बचेगा।" आपका बेटा कई दिनों से सर दर्द से परेशान था । वह आपको पता है?" "नहीं मालूम डॉक्टर !" डॉक्टर की