मायानगरी बॉलीवुड और उससे जुड़ी कहानियाँ सदा से ही हमारे चेतन/अवचेतन में आकर्षण का केंद्र रही हैं। फिल्मी सितारों का लक्ज़रियस जीवन, लैविश रहनसहन, लंबी चौड़ी गाड़ियाँ, उनकी मस्ती, नोक झोंक, गॉसिप, जलन, प्रतियोगिता/प्रतिस्पर्धा के चलते रंजिशें, साजिशें, बंदिशें और रोज़ाना होते करोड़ों के हेरफेर के साथ साथ हर समय असुरक्षा की बातें कभी अफ़वाह बन कर तो तड़के मिश्रित सच्ची/झूठी खबर बन कर टीवी चैनलों, अखबारों और पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से हमारा ध्यान तो अपनी तरफ़ खैर..खींचती ही है। इसमें कभी कोई रातों रात अर्श से फर्श पर पहुँच खुदकुशी कर बैठता है तो कोई अचानक कामयाबी पा..सीधा आसमानी