पुस्तक – महाकवि भवभूति’ लेखक- रामगोपाल भावुक प्रकाशक- कालिदास संस्कृत अकादमी, उज्जैन मूल्य – रुपये – 250/ भवभूति का साक्षात्कार -प्रभुदयाल मिश्र रत्नावली, एकलव्य,शम्बूक ,भवभूति आदि भारतीय सांकृतिक धरोहर के उपन्यास लिखने वाले श्री रामगोपाल तिवारी ‘भावुक’ने अब ‘महाकवि भवभूति’ उपन्यास लिखा है जिसे प्रतिष्ठित कालिदास अकादमी ने प्रकाशित कर उसे एक प्रामाणिकता प्रदान की है । कृति के दूसरे अध्याय ‘कवि उवाच’से ही जैसे कृति-पुरुष भवभूति का स्वगत-साक्षात्कार शुरू हो जाता है । पाठक को कभी, कहीं यह अनुमान कठिन जा सकता है कि भवभूति को आखिर इतनी साफ-सफाई देने की आवश्यकता क्यों आ पड़ी है