सब्जी बाजार

  • 6.3k
  • 1.3k

सब्जी बाजार हम सामाजिक रुप से बहुत ही समृद्ध होते जा रहे है । अब हमारी सामाजिक समृद्धता चाय-पान के ठेलों ढाबों और सब्जी बाजारों में दिखार्इ देती है। सामान्यत: मध्यमवर्गीय व्यक्ति ऐसे ही स्थानों का प्रयोग आज - कल मिलने - जुलने और सामाजिक सद्भावना बढाने के लिए करता हुआ देखा जाता है । मेल- जोल के चक्कर में या फिर घर और बीबी के झंझटों से परेशान हमारा आम आदमी हाथ में थैला पकड़ें बाजार और खासकर सब्जी बाजार में ही दिखार्इ देता है । वो अक्सर ही वास्कोडिगामा की तरह महंगार्इ के जमाने में सस्ते सामान