जब से आतंकियों के हमले में बारह जवानों के शहादत की खबर टिल्लू ने सुनी थी , पाकिस्तान के प्रति उसकी नफरत सातवें आसमान पर पहुँच गई थी । उसकी भुजाएँ फड़क उठी थीं । उसका दिल कर रहा था अभी सीमा पर जाए और भून डाले उन शैतानों को जो भारत जैसे शांतिप्रिय देश में अपनी आतंकी गतिविधियाँ चलाते रहते हैं और आए दिन निर्दोष जवानों व नागरिकों के लहू से अपना हाथ रँगते रहते हैं । लेकिन अफसोस ! देशभक्ति के जज्बे से लबरेज टिल्लू अपने छोटे कद की वजह से कई जगहों से नकारा जा चुका था