पंचमहल के साहित्यकारों का रचना संसार रामगोपाल भावुक मो0 09425715707 वर्तमान में महाकवि भवभूति की तीन नाट्य कृतियाँ उपलब्ध हैं। पहली महावीरचरितम्, दूसरी मालतीमाधवम् तथा तीसरी उत्तररामचितम्। इनके अतिरिक्त शाड़्गधर पद्धति तथा सदुक्तिकर्णामृत में संग्रहीत कुछ सुभाषित पद्य भवभूति के नाम से मिले हैं, जो श्रृंगाररस से परिपूर्ण होने के साथ-साथ पारिवारिक जीवन तथा ग्रामीण जीवन का सुन्दर चित्र अंकित करते हैं। वर्तमान में भवभूति के साहित्य पर अनेक छात्र शोधरत हैं। अब अपने क्षेत्र के आज से एक सौ पचास वर्ष पूर्व सम्वत् 1831 में ग्वालियर जिले के पिछोर में जिनकी कर्म