मेरी लघुकथाएँ- उमेश मोहन धवन

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यूँ तो परिचय के नाम पर उमेश मोहन धवन जी से मेरा बस इतना परिचय है कि हम दोनों कई सालों से फेसबुक पर एक दूसरे की चुहलबाज़ीयों का मज़ा लेते रहे हैं। व्यंग्य मिश्रित हास्य की अच्छी समझ रखने वाले उमेश मोहन जी ने छोटे मोटे हास्य या फिर अपनी पंच लाइन्स से सहज ही मेरा ध्यान कई मर्तबा अपनी लेखनी की तरफ़ खींचा। उस वक्त कतई ये अन्दाज़ा नहीं था कि उमेश जी संजीदा किस्म की लघुकथाएँ भी लिखते हैं। 2017 में पहली बार मुझे उनकी कुछ लघुकथाएँ पढ़ने को मिली। अब जब उनकी लघुकथाओं का संकलन "मेरी