हमारे प्यारे पप्पू जी जाने अनजाने में अक्सर कुछ ना कुछ ऐसा कहते रहते हैं जो उनके दिमागी खोखलेपन पर एक मोहर सी लगा देता है | अभी कल ही उन्होंने एक बार फिर इस बात का सत्यापन किया और अबकी बार कहा है कि उत्तर भारतीय जहां से वे एवं उनके पूर्वज चुनाव लड़ते आ रहे हैं सुपरफिशियल राजनीति करते हैं, वह चीज़ों को अच्छे से समझते नहीं है और दिमागी रूप से भी उतने क़ाबिल नहीं है जितने की दक्षिण भारतीय होते हैं | अब ऐसे में क्या कहा जाए ?? तो इस हास्य व्यंग कविता के रूप