कई बार हमारे द्वारा कुछ काम बिना किसी खास मकसद या उद्देश्य के खामखाह भी कर लिए जाते हैं। आमतौर पर ऐसा हम बिना किसी के प्रभाव या दबाव में आए अपनी मनमर्ज़ी से करते हैं कि इससे हमारे अलावा किसी अन्य की सेहत पर कोई अच्छा या बुरा प्रभाव नहीं पड़ने वाला। मगर कई बार ऐसा भी हो जाता है कि...करे कोई और भरे कोई।अब सोच के देखें कि किसी और की करनी का फल अगर आपको भुगतना पड़ जाए और वो भी अपनी मेहनत का कमाया पैसा और कीमती समय गंवा कर तो सोचिए कि आपके दिल पर