बदला

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ये कहानी काल्पनिक है और इसका किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है, अगर किसी की कहानी इससे मिलती है, तो वो बस एक मात्र संयोग है. अक्षत रोज की तरह आज भी सुबह जल्दी उठ गया था, चाय की चुस्की लेते हुए न्यूज़ पेपर पढ़ ही रहा था की अचानक से कोई खबर पढ़ के गहरी सोच मे डूब गया, उसका सोच मे डूब जाना भी स्वाभाविक ही था क्युकी बात ही कुछ ऐसी थी , ओर वैसे भी अक्षत पेशे से पत्रकार था तो उसका इस चीज मे अलग ही इंट्रेस्ट था. दरअसल पूरा शहर ही