न... किसी से कम नहीं ट्रेंडी - 1

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1 अंतर्राष्ट्रीय -कला-संस्थान के हॉल में तालियों की गड़गड़ाहट सुनकर सुगंधा की आँखों में पानी छलक आया | विश्वास होने, न होने की मानसिकता में झूलती सुगंधा को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि एशिया का एकमात्र कला-संस्थान उसके लिए इतने बड़े कार्यक्रम का आयोजन कर सकता है !लेकिन यह सच था, सब कुछ उसके सामने था |  संस्थान का वातावरण यूरोपियन शैली में सिमटकर रह गया था यद्ध्यपि वहाँ प्रत्येक राज्य की कला के प्रशिक्षण का संगम था | इस संस्थान में देश-विदेश के युवा कला के विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा प्राप्त करने आते थे | यहाँ प्रत्येक