चार वर्ष का माधव अपनी मॉ से अनेक सवाल करता रहता था ।माधव शहर में रहता था और उसे गाँव के बारे में जानकारी करने की सदैव जिज्ञासा बनी रहती थी। माधव की मॉं को किसी आवश्यक कार्य में गॉंव जाना हुआ तो वह अपने साथ माधव को भी ले गईं । माधव बहुत खुश था कि आज मैं गॉंव की सैर करूँगा।माधव को गॉंव शहर से बिलकुल अलग लगा,जब वह मॉं के साथ जा रहा था उसने देखा कच्चे रास्ते पर दोनों तरफ़ बहुत ही हरियाली है ।