वे दोनों साथ खाते पीते।समय गुज़रने के साथ उनके सम्बन्ध प्रगाढ होने लगे।राजन,नज़मा को चाहने लगा।प्यार करने लगा।एक दिन वे पार्क के एकांत कोने मे बैठे बाटे कर रहे थे।राजन,नज़मा का हाथ अपने हाथ मे लेते हुए बोला,"नज़मा आई लव यू।मुझे तुमसे प्यार ही गया है।""तुमने मेरे दिल की बात कह दी,"राजन के दिल की बात सुनकर नज़मा बोली,"राजन मैं भी तुम्हे चाहती हूं।तुमसे प्यार करती हूं"।"नज़मा,मैं अपने प्यार को स्थायी रूप देना चाहता हूँ।""कैसे?"नज़मा ने प्रश्नसूचक नज़रो से राजन को देखा था"तुम्हे हमेशा के लिए अपना बनाकर।तुमसे शादी करके।""सच"नज़मा खुशी मिश्रित आशचर्य से बोली थी।"मैं सच कह रहा हूं।तुमसे