आखिरी इच्छा 'छोरी रुक-रुक तैने मैं बताऊँ, भाग कै कठे जावैगी ।' कहती हुई दस साल की साँवली-सलोनी संजू आठ वर्षीय छोटी बहन मंजू के पीछे दौड़ पड़ी। आगे-आगे संजू पीछे-पीछे मंजू भागते-भागते नीम के चारों तरफ चक्कर लगाने लगी। 'छोरियो आओ अठै, बैठो मेरै कनै।' नीम के आगे-पीछे चक्कर काटती बहनों को नीम की ठंडी छाया में खाट डालकर बैठी बुआ ने डांटते हुए अपने पास बुलाया। बुआ की आवाज सुनकर भी दौड़ती बहनें नहीं रुकी और भागते-भागते मंजू बोली-'बुआ आज मैं ई छोरी नै कोनी छोडूं,आ मंजूड़ी मेरा बाळ पाड़्या अर माँ कनै झूठ बोल कै मैने