दादी की सिलाई मशीन - 2

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भाग 2 गोकुल ने स्टेशन पहुँच कर जल्दी से बैलगाड़ी को एक किनारे लगाया. फिर एक ही सांस में दौड़ कर स्टेशन की 20 सीढ़ियों पर चढ़ता हुआ प्लेटफार्म पर खड़ा हो गया. दौड़ते दौड़ते वह हांफ रहा था. पर उसे ख़ुशी थी कि अभी पटना वाली पैसेंजर ट्रेन सोन नदी का आधा पुल ही पार सकी थी. प्लेटफार्म तक पहुँचने में उसे दो तीन मिनट और लगने वाला था, तब तक वह अपना दम साध लेगा. अब गाड़ी प्लेटफार्म पर आ चुकी थी. वहां स्टॉपेज सिर्फ दो तीन मिनट का ही था. वर वधु कुछ कीमती सामानों के साथ