जादू है नशा है.. मदहोशियां... (गतांक से आगे) सिद्धार्थ अभी भी उन लड़कों को घूर कर देख रहा था। अब ऐसा भी क्या कह दिया था उसने? मैच में तो हर कोई अंदाजा लगा सकता है.. इसमें ऐसी कौन सी नई बात है। उनमें से एक लड़का अंकित जो सिद्धार्थ से पहले भी बातचीत करता था, कुर्सी लेकर पास में आकर बैठ गया। "सच यार तू तो कमाल है! इतना परफेक्ट अंदाजा.. तू तो मास्टर है इस गेम का, अब तक कितना जीत चुका है?" सिद्धार्थ सच में कुछ नहीं समझ पा रहा था। " क्या जीत चुका हूं? मैच?"