एक संघर्ष कथा: बागी आत्मा हरिमोहन शर्मा बरिष्ठ पत्रिकार उपन्यासकार रामगोपाल भावुक द्वारा रचित बागी आत्मा नामक उपन्यास एक संघर्ष कथा है। समाज के उन कथित ठेकेदारों के खिलाफ जो सामाजिक व्यवस्थओं और मर्यादाओं को अपने पैसे के दम पर अपने अनुरूप बदलने का षड़यंत्र कर निरीह एवं निर्दोष लोगों को उसमें तिल तिल कर मरने के लिये छोड़ देते हैं। उस कुचक्र में फंस कर तमाम लोग गुमनामी की मौत को अपना लेते हैं लेकिन दूसरी ओर कुछ ऐसे मौलिक व्यक्तित्व भी होते हैं जो मरने से पहले संघर्ष का रास्ता