कहानी-- ज्वार-भाटा आर.एन. सुनगरया, प्रत्येक व्यक्ति जीवन के अन्तिम पड़ाव तक आते–आते अपनी क्षमताओं में कमजोरी महसूस करने लगता है, लेकिन हौंसले