नई दिशा

  • 3.2k
  • 1k

नई दिशा ‘ मेरी मृत्यु के पश्चात् मेरा शरीर दान कर दिया जाये ।’ अमित शंकर की इस कथन को सुनकर जहाँ सचिन तथा चेतना अवाक् रह गये वहीं उनकी पत्नी अमला ने रोना प्रारंभ कर दिया । उस समय उनको यह भी होश नहीं रहा कि दूसरी बार हार्ट अटैक का सामना कर आज ही घर लौटे पति के सामने उनका इस तरह से रोना उचित भी है या नहीं...। अमला को इस तरह से रोते देखकर उनकी बहू चेतना उन्हें उनके पास से उठाकर अपने कमरे मेे ले गई । एकांत पाते ही वह बच्चों की तरह