सुधी समीक्षकों की दृष्टि में ‘रत्नावली‘

  • 2.8k
  • 1
  • 937

सुधी समीक्षकों की दृष्टि में ‘रत्नावली‘ पुस्तक- रत्नावली उपन्यास, लेखक- रामगोपाल भावुक, प्रकाशक - पराग बुक्स नई दिल्ली संस्करण - 2018 पृष्ठ - 112 मूल्य- 200 रुपये ‘रत्नावली‘ के आद्योपांत अध्ययन से, उनके संघर्ष मयजीवन और मानवजीवन की सार्थकता के प्रति अपने द्रष्टिकोण के बीच जो व्यवहारिक जीवन उन्होंने जिया उसका स्पंदन पाठक के हृदय को झंकृत किये बिना नहीं रहता। स्वामी हरि ओम तीर्थ गुरूनिकेतन डबरा बम्वई से प्रकाशित अमन प्रिय अकेला जी द्वारा संपादित पत्रिका ‘बराबर’ में एवं हैदरावाद से प्रकाशित पत्रिका ‘अहल्या’ में ‘‘रत्नावली’ ’उपन्यास को धारावाहिक रूप में प्रकाशित किया