बात बस इतनी सी थी 33. तीन महीने बाद बारह मार्च के दिन कंपनी के एमडी की ओर से एक बड़े शानदार फार्म हाउस में पार्टी का आयोजन किया गया, जिसमें हमारे ऑफिस के ज्यादातर अधिकारी-कर्मचारी आमंत्रित थे । बॉस की पार्टी में जाना जरूरी था । न जाने का कोई कारण भी नहीं था । छः साल पहले इसी दिन मेरी और मंजरी की शादी संपन्न हुई थी । तभी से यानि कि शादी के बाद से आज तक न जाने क्योंन मुझे वह दिन अपनी जिंदगी का सबसे मनहूस दिन लगता रहा था । इसलिए उस दिन किसी