आवन्तिका और वेदान्त राठौड़ की शादी बहुत ही अलग ढंग से हुई थी। यह आवन्तिका की दूसरी शादी थी। वेदान्त एक सरकारी अफसर था और बहुत ही ईमानदार और सुलझे हुए व्यक्तित्व का इंसान था साथ ही साथ वह जयपूर के राठौड़ परिवार का बडा़ बेटा भी। आवन्तिका का तलाक होने के बाद उसके परिवार (ससूराल वालों) ने उसे दूसरे गांव दिया ताकि उसकी मनोस्थिति कुछ बेहतर हो सकें। आवन्तिका के ससूराल वाले उसे अपनी बेटी की तरह मनाते थे, और वह उसके दर्द को समझते