आपकी आराधना - 11

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भाग - 11 रात के 9 बज रहे थे आराधना और मनीष डिनर के लिए बैठे, न जाने दोनों की भूख कहाँ गायब थी पर आराधना ने इतने प्यार से आलू और भिंडी की सब्जी बनाई है यही सोचकर ही मनीष ने प्लेट उठाते हुए पहला निवाला आराधना को ही खिलाया। मनीष के मोबाइल मे रिंगटोन बजने लगा शायद उसके पापा का ही कॉल हो इलसिये वह खुश हुआ " हेलो पापा, पहुँच गये आप " " हाँ बेटा, तुम दोनो ठीक तो हो न "