रेवती रमन- अधूरे इश्क की पूरी कहानी. - 6

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“क्या हुआ रेवती आज इतना अपसेट क्यो हो”- मोहनी“नही कुछ नही”- रेवती (फीकी सी मुस्कान के साथ)“बधाई हो रेवती रानी टॉप की दूसरी हो चलो कुछ खिलाओ पिलाओ”- मोहनी“धन्यवाद मोहनी ड्रार्लिंग लेकिन टॉप तो नही की हू ना”- रेवती“अच्छा चलो कुछ खा के आते है बाहर से, पार्टी मेरी तरफ से”- मोहनी(दोनों ही बाहर जाती है और कुछ रेस्टोरेंट से रात का खाना खा कर वापस आ जाती है। बीएस सी पूरी हो चुकी थी अब रेवती अब घर कानपुर जाने वाली थी तो आज रात वो मोहनी के साथ उसके हास्टल में रूक गयी। रेवती की बुआ और फूफा