बात बस इतनी सी थी 26. लगभग दो महीने बाद मेरी कंपनी में एक और नये प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ । इस प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए कंपनी में पुराने एंपलॉइस पर्याप्त नहीं थे । पुराने एंप्लॉइस के ऊपर काम का दबाव बढ़ाने के बावजूद भी कंपनी का काम समय पर पूरा नहीं हो पा रहा था, इसलिए कंपनी ने कुछ नये एंप्लाइज की नियुक्ति की थी । नये एंप्लाइज की नियुक्ति के अगले दिन मैं ऑफिस पहुँचा, तो अपने केबिन की ओर जाते हुए मुझे मेरे सामने वाले केबिन में एक महिला एंप्लॉय को देखकर कुछ संदेह-सा