नई चेतना - 24

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बाबू सीढ़ियों से होकर पहली मंजिल पर स्थित सामान्य कक्ष में पहुँचा ।यह सामान्य कक्ष अपेक्षाकृत बड़ा था । लगभग 80 बिस्तरों वाला यह कक्ष मरीजों से भरा हुआ था । अमर ने धनिया का बेड नंबर नहीं बताया था और जल्दबाजी में उसने पूछा भी नहीं था । अन्दर कक्ष में पहुँच कर दरवाजे पर रुक कर उसने एक सरसरी निगाह पूरे कमरे में दौडाई । धनिया उसे कहीं नजर नहीं आ रही थी ।कमरे में लगभग सभी बेड पर मरीज थे । कुछ लेटे अधलेटे तो कुछ बैठे अपने साथियों से गप्पे लड़ा रहे थे । कुछ मरीज