जासूसी का मज़ा भाग 4

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चौधरी जी थोड़ी देर बाद घर वापस आए तो क्या देखते है चौधराइन सर पर चुन्नी बांधे एक हाथ माथे पर टिकाए सोफे पर पड़ी है उनने मजाकिया लहजे में पूछा “क्या हुआ ऐसे क्यों झाँसी की रानी बनी सोई हो युद्ध लड़ने जाना है के लड़ के आ गई ? चौधराइन ने अनमनेपन से कहा “माथा दुःख रा था तो सो गई थी अब उसपर भी पाबन्दी लगाओगे ?” चौधरी जी को इस बेमौसम हमले का कारण तो खास समझ आया नि तो बोले चाय बना दूं पिओगी ? चौधराइन सोफे से उठती हुई कहने लगी “आप तो रहने