पहली माचिस की तीली अध्याय 10 टेलीफोन की घंटी लगातार बज रही थी, दोपहर को सो रहे सरवन पेरूमाल नींद से उठ कर बैठे। "यस...! सरवन पेरूमल हियर...." दूसरी तरफ से पुलिस कमिश्नर बात कर रहे थे। "सर अचानक एक आकस्मिक घटना घट गई ।" "क्या...?" "आज सुबह आपने जिन तीन लोगों को सुरेश, कमल कुमार और एल्बोस रिहा किया था उन तीनों को किसी ने किडनैप कर लिया।" "क... क्या....?" "हां सर.... घर के सामने जो दीवार थी उस पर हाथ से लिखे एक पोस्टर चिपकाया हुआ था।" "क्या पोस्टर...?" "न्याय की देवी लंगडी हो गई। उसकी चिकित्सा करना