नई चेतना - 23

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गाड़ी सरपट भागी जा रही थी । अब तक खामोश बैठे लालाजी अचानक सुशीलादेवी से मुखातिब हुए ” शिकारपुर गाँव के चौधरी रामलालजी का फोन आया था । अमर के बारे में बता रहे थे । ”” अ्च्छा ! क्या बताया उन्होंने ? हमारा अमर कैसा है ? ” आश्चर्यमिश्रित ख़ुशी सुशीला जी के चेहरे पर छलक पड़ी और इसके साथ ही उन्होंने कई सवाल दाग दिए ।लालाजी ने ध्यान से उनकी तरफ देखा और बताया ” ईश्वर की कृपा से वह अब ठीक है । ”” वह अब ठीक है का क्या मतलब ? क्या हुआ था उसे ?