कहानी-- आपके वास्ते --आर. एन. सुनगरया दो महिने से शशि मोहल्ले वालों की चर्चा का विषय बनी हुई है। आज भी राधा, विमला, मालती आदि महिला-समूह बैठा उसी चर्चा में लीन है। राधा कह रही है, ‘’मैंने तो सुना है बड़े रद्दी कपड़े पहनती है और हमेशा खामोश बैठी किताबें पढ़ती रहती है।‘’ मालती ने समर्थन किया, ‘’मैंने भी यही सुना है। अच्छे खाते-पीते घर की बहू होते हुये भी ये हाल है। जरूर दाल में कुछ काला है।‘’ ‘’अरि होगी काली-कलूटी बदसूरत...!’’ ‘’क्या कहती हो।‘’ विमला ने अजीब अंदाज में