Chapter - 6गुस्सा/क्रोध सफलता की कैंची है ।मानव जीवन के छह विकारों का उल्लेख हमारे प्राचीन शास्त्रों में मिलता है। वह है - काम, क्रोध, वासना, लालच, मोह और घृणा। क्रोध को दूसरा माना जाता है। इन विकारों को मनुष्य का कट्टर दुश्मन माना जाता है जो उसे नरक में ले जाते हैं। छह विकारों की उत्पत्ति का स्थान मन को माना जाता है।मन ही भवसागर का कारण है - मानव का बंधन और मोक्ष। यह कहा जा सकता है कि हमारे पास दुनिया को जीतने की क्षमता है यदि हम उन्हें दूर करते हैं। रामचरितमानस में, मंदोदरी अपने पति