माँ अमृतादेवी की मौत की ख़बर देते हुए पिता भूपतदेव ने अपनी बेटी कुँवर को ये गाँव छोड़कर जाने के लिए मनाने लगे। " बेटा कुँवर तुम्हें यहाँ नही आना चाहिए था। वो अब तुझे नही छोड़ेगा। मार देगा वो तुझे भी। अभी ही तुम लौट जाओ। वापस शहर चली जाओ बेटा।" - डरे सहमे पिताने अपनी बेटी से कहा। " क्या हुआ ये तो बताओ बापू..! आप इतना डर किससे रहे है? " - कुँवर पूछ रही है। बेटी कुँवर की कई मिन्नतों के बाद पिता ने पूरी बात बताई। " तेरे जाने के बाद जब